Cibil Score Range: क्या आपने कभी सोचा है कि बिना क्रेडिट कार्ड के भी आप अपना CIBIL स्कोर बेहतर बना सकते हैं? अगर आपका जवाब हाँ है, तो आप अकेले नहीं हैं। कई लोगों को लगता है कि अच्छा क्रेडिट स्कोर बनाने के लिए क्रेडिट कार्ड का होना बहुत जरूरी है, लेकिन आपको बता दें कि यह सिर्फ एक भ्रम है। इस आर्टिकल में, हम आपको ऐसे ही कुछ कमाल के तरीके बताएंगे जिनकी मदद से बिना क्रेडिट कार्ड के आप अपने सिबिल स्कोर को सुधार सकते हैं और अपने सपनों के लोन को आसानी से पा सकते हैं।

इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें क्योंकि यहाँ हम आपको सिर्फ सतही जानकारी नहीं, बल्कि पूरी और सीधा गाइड देने वाले हैं। हम समझते हैं कि अच्छे क्रेडिट स्कोर के बिना लोन लेने में कितनी परेशानी का सामना करना पड़ता है, और इसीलिए हमने यह लेख तैयार किया है ताकि आपकी आर्थिक यात्रा थोड़ी आसान हो सके। आपको यहाँ step-by-step तरीके मिलेंगे, जिन्हें फॉलो करके आप अपने स्कोर में बढ़ोतरी देख पाएंगे।

बिना क्रेडिट कार्ड के CIBIL स्कोर सुधारने के आसान तरीके

आपकी जानकारी के लिए बता दें, CIBIL स्कोर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री का एक रिपोर्ट कार्ड होता है, जो बैंकों और वित्तीय संस्थानों को आपकी लोन चुकाने की क्षमता के बारे में बताता है। अगर आपने कभी कोई लोन नहीं लिया या क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल नहीं किया, तो आपका स्कोर जीरो या कम हो सकता है क्योंकि बैंकों के पास आपके क्रेडिट व्यवहार को ट्रैक करने के लिए कोई डेटा नहीं होता। लेकिन घबराइए नहीं, नीचे दिए गए तरीकों से आप अपना ‘क्रेडिट हिस्ट्री’ बना सकते हैं और स्कोर को बढ़ा सकते हैं।

1. सिक्योर्ड लोन लें

अगर आपका कोई सिबिल स्कोर नहीं है, तो सिक्योर्ड लोन इसकी शुरुआत करने का एक बेहतरीन तरीका है। सिक्योर्ड लोन में, आपको लोन की रकम के बराबर कोई संपत्ति (जैसे फिक्स्ड डिपॉजिट, जमीन के कागजात, सोना आदि) बैंक में गिरवी रखनी होती है। इससे बैंक को जोखिम कम होता है और वे आपको आसानी से लोन दे देते हैं। इस लोन को समय पर चुकाने से आपकी क्रेडिट हिस्ट्री बननी शुरू हो जाती है और स्कोर में बढ़ोतरी होती है।

2. छोटा पर्सनल लोन लेकर शुरुआत करें

आप छोटी रकम का पर्सनल लोन भी ले सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कम रकम का लोन लेना और उसे बिना किसी देरी के चुकाना, आपके सिबिल स्कोर पर बहुत अच्छा असर डालता है। ध्यान रखें, लोन सिर्फ उतना ही लें जितना आप आराम से चुका सकें। जल्दबाजी में बड़ा लोन लेने से आपकी रोजमर्रा की जिंदगी की आमदनी पर दबाव पड़ सकता है।

3. अपने उपयोगिता बिलों का भुगतान समय पर करें

क्या आप जानते हैं कि आपके बिजली, पानी या मोबाइल के बिल भी आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित कर सकते हैं? हालाँकि यह अभी भारत में पूरी तरह से लागू नहीं है, लेकिन कई नए क्रेडिट ब्यूरो इस डेटा को इकट्ठा करना शुरू कर रहे हैं। इसलिए, हर महीने अपने सभी बिलों का भुगतान समय पर करने की आदत डालें। यह आदत भविष्य में आपके क्रेडिट प्रोफाइल को मजबूत बनाने में काफी मदद कर सकती है।

4. क्रेडिट के लिए जॉइंट अकाउंट होल्डर बनें

अगर आपके परिवार में किसी के पास अच्छा CIBIL स्कोर है और वह कोई लोन ले रहा है, तो आप उसमें जॉइंट अकाउंट होल्डर के तौर पर अपना नाम लगवा सकते हैं। जब वह व्यक्ति लोन का भुगतान समय पर करेगा, तो उसका अच्छा असर आपके क्रेडिट स्कोर पर भी पड़ेगा। हालाँकि, इसका उल्टा असर भी हो सकता है। अगर भुगतान में देरी होती है, तो उससे आपका स्कोर भी खराब होगा, इसलिए इस ऑप्शन को चुनते समय सावधानी बरतें।

5. अपनी क्रेडिट रिपोर्ट पर नजर रखें

साल में कम से कम एक बार अपनी क्रेडिट रिपोर्ट जरूर चेक करें। कई बार इसमें गलत जानकारी भरी होती है, जैसे कोई ऐसा लोन जो आपने लिया ही नहीं है या फिर गलत भुगतान की जानकारी। अगर आपको कोई गलती दिखती है, तो तुरंत CIBIL या संबंधित बैंक से संपर्क करके उसे सही करवाएं। एक सीधा और सही क्रेडिट रिपोर्ट ही अच्छे स्कोर की नींव है।

6. कर्ज लेते समय अपनी आमदनी का ध्यान रखें

कोई भी नया कर्ज लेने से पहले अपनी आमदनी और खर्चों का हिसाब जरूर लगाएं। आपकी कुल कर्ज की किश्त आपकी महीने की आमदनी के 30-40% से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। इससे ज्यादा कर्ज आप पर वित्तीय दबाव डाल सकता है और अगर आप भुगतान नहीं कर पाते हैं, तो इसका सीधा बुरा असर आपके सिबिल स्कोर पर पड़ेगा। समझदारी से लिया गया छोटा कर्ज आपके स्कोर के लिए फायदेमंद साबित होगा।

अच्छा CIBIL स्कोर सिर्फ लोन पाने की चाबी नहीं है, बल्कि यह आपकी वित्तीय समझदारी की निशानी है। बिना क्रेडिट कार्ड के भी, ऊपर बताए गए these तरीकों को अपनाकर आप अपने स्कोर को मजबूत बना सकते हैं। याद रखें, नियमितता और अनुशासन ही सफलता की कुंजी है। छोटी-छोटी शुरुआत करें, अपने बिलों का भुगतान समय पर करें और जिम्मेदारी से कर्ज लें। ऐसा करने से आप न सिर्फ एक बेहतरीन क्रेडिट स्कोर बनाएंगे, बल्कि अपने आर्थिक भविष्य को भी सुरक्षित कर पाएंगे।</